apne andar ke dar ko kaise nikale
apne andar ke dar ko kaise nikale
apne andar ke dar ko nikalne के लिए सबसे पहले हमें यह सोचना होगा की दुनिया में डर नाम की कोई चीज होती भी है या नहीं या फिर यह सिर्फ हमारे दिमाग का वहम है
😣। नौकरी छुटने का डर
😣। हारने का डर
😣। नुकसान का डर
😣। बेइज्जती का डर
😣। बीमारी का डर
😣। मौत का डर
डर सिर्फ और सिर्फ हमारे अंदर की एक फीलिंग होती है जैसे कि गुस्सा, प्यार, खुशी, दुख यह सब होता है
वैसे ही हमारा डर होता है और यह सब हमारे दिमाग की उपज होती है असलियत में इन सब चीजों का दुनिया में कोई अस्तित्व नहीं है
जैसा आप अपने दिमाग से सोचोगे वैसा आप feel करोगे तो यह सिर्फ और सिर्फ हमारी एक feeling है
कुछ डर हमारे दिमाग के लेवल पर होते हैं और कुछ डर practical होते हैं
Normally हमारे अंदर कौन-कौन से डर होते हैं
डर हमको तब लगता है जब हमारे पासSolution नहीं होते
1 कि मैंने इतने सालों तक पढ़ाई की है डिग्री हासिल की है
तो अब मुझे कोई जॉब मिलेगी या नहीं नहीं मिली तो मैं क्या करूंगा
Solution
इसके लिए आप पढ़ाई के साथ-साथ कोई भी पार्ट टाइम जॉब कर सकते हो इससे यह फायदा होगा कि अगर आगे चलकर आपको जॉब नहीं मिलती है तो आप अपनी उस पार्ट टाइम जॉब को फुल टाइम करके बड़ा बना सकते हो
ऐसे बहुत सारे लोग हैं जिन्होंने पढ़ाई किसी और चीज की की थी लेकिन बाद में किसी और field में जाकर वह बहुत सक्सेसफुल हुए
2 बाद में अगर जॉब मिल भी गई तो वह जॉब या वह बिजनेस चलेगा कि
नहीं अगर बाद में मुझे जॉब से निकाल दिया तो
जो बिजनेस में कर रहा हूं जो अभी तो चल रहा है लेकिन आगे चलकर बंद हो गया तो
Solution
यह जरूरी नहीं कि आप जो भी बिजनेस या काम कर रहे हो वह लाइफ टाइम तक वैसे ही चलता रहे यह पहले से अपने दिमाग में बिठा कर चलिए
अगर वह नहीं चलता तो आप कुछ भी नया चालू कर सकते हो जैसे आपने पहले चालू किया था और अब तो आपके लिए आसान भी होगा
क्योंकि पहले जब आपने business चालू किया था तब आपके पास कोई भी experience नहीं था फिर भी आपने business start करके दिखाया
तो इस बार तो आपके पास experience भी होगा तो वह दूसरा बिजनेस करना आपके लिए एकदम आसान हो जाएगा
3 हम सभी को यह डर होता है कि वह चीजे जिनकी हमें आदत है अगर वो हमारे पास से चली गई तो हम क्या करेंगे
Solution
यह डर सिर्फ हमारे दिमाग के लेवल का है क्योंकि वह सब चीजें जब हमारे पास नहीं थी तब भी हम बड़ी खुशी से रहते थे और आने वाले टाइम में जब यह चीजें हमारे पास शायद ना रहे फिर भी हम खुशी से रह सकते हैं
- जैसे कि कोई एक छोटे से फ्लैट में रहता है
- कोई एक बड़े से घर में रहता है
- और कोई करोड़ों के बंगले में रहता है
तो क्या छोटे से फ्लैट में जो रहते हैं वह लोग दुखी है
हमें पहले तो फर्क समझना पड़ेगा कि कौन सी हमारी आदतें हैं और कौन सी हमारी जरूरते
क्योंकि आदतों के बिना तो रहा जा सकता है जैसे की गाड़ी, फोन, एसी, टीवी
लेकिन जरूरतों के बिना नहीं रह सकते जैसे कि सांस लेना,खाना, पानी, कपड़े
4 जो लोन हमने ले रखी हैं और जो हमारी EMI चल रही है बाद में हमारी income बंद हो गई तो वह कैसे भरेंगे
Solution
इसका यही है कि आप उस घर को या उस गाड़ी को बेच दे जिस पर लोन ले रखा है और फिर से वही पहले वाली जिंदगी जिए और इसके लिए अपने आपको तैयार करें
5 मेरा कोई एक्सीडेंट हो गया तो उसके बाद मेरे परिवार का क्या होगा
Solution
इसके लिए पहले से आप बीमा पॉलिसी लेकर रख सकते हैं और अपना मेडिक्लेम करवा सकते हैं
तो यह जितने भी डर है हमें बस इसका एक solution निकालना है कि अगर ऐसा हो गया तो उसके बाद मैं यह करूंगा तो आपको एक जवाब मिल जाएगा तो जैसे ही आपको जवाब मिल जाता है
नॉलेज मिल जाती हैं वहां पर आपका जो डर है वह बिल्कुल नहीं खत्म हो जाएगा
क्योंकि ज्यादातर डर वही पर होता है जहां पर एजुकेशन नहीं होता जानकारी का अभाव होता है
जैसे कि हम सब यह तो सोच लेते हैं अगर हमारा काम बहुत अच्छा चल गया हमारे पास बहुत पैसा आ गया तो हम अच्छा घर खरीद लेंगे अच्छी गाड़ी खरीद लेंगे यहां यहां पर घूमने जाएंगे वर्ल्ड टूर करेंगे यह सब तो हमने सोच कर रखा होता है
लेकिन कोई यह नहीं सोचता कि अगर कोई बड़ा नुकसान हो गया या काम नहीं चला तो उसके बाद मैं क्या करूंगा पैसा कहां से लाऊंगा या उसके बाद कौन सा काम करेंगे
अगर आप का backup प्लान पहले से तैयार होगा कि अगर यह नहीं चला तो यह चालू कर देंगे और वह भी नहीं चला तो कुछ तीसरा चालू कर देंगे
उस टाइम पर आप का डर बिल्कुल ही खत्म हो जाएगा उस चीज को लेकर
लेकिन कोई यह नहीं सोचता कि अगर वह काम नहीं चला तो उसके बाद मैं क्या करूंगा मतलब कोई भी बैकअप प्लान नहीं बनाता जबकि यह बहुत ही जरूरी होता है
आपने न्यूज़ में और काफी जगह पर सुना होगा की शेयर मार्केट में नुकसान होने की वजह से कुछ लोगों ने आत्महत्या कर ली
इसका सबसे बड़ा कारण यही था कि उन्होंने बैकअप प्लान नहीं बनाया था उन्होंने यह तो सोच लिया कि हमारा पैसा डबल हो जाएगा ज्यादा हो जाएगा उसके बाद हम क्या-क्या करेंगे
लेकिन उन्होंने यह नहीं सोचा कि अगर नुकसान हो जाता है तो उसके बाद उसकी भरपाई कहां से करनी है और उसके बाद हमें कौन सा नया काम चालू करना है
आप अपनी life में कोई भी काम करते हो तो उसकी दोनों पहलुओं को समझो देखो कि अगर अच्छा हो गया तो ठीक है लेकिन बुरा हो गया तो उसके लिए मैं तैयार हूं क्या
और किसी भी डर को अगर आपको पूरे तरीके से खत्म करना है तो बार-बार उसका सामना करो डर अपने आप ही खत्म हो जाएगा
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